जौनपुर। किसी भी गरीब, बेबस, लाचार, युवा , होनहार ,मजदूर, मजबूर अथवा पत्रकार की इज्जत आबरू को तार तार करने का सरल और सहज माध्यम पुलिस बनती नजर आ रही है। लोकसभा चुनाव के मतगणना से ठीक एक दिन पहले एक पत्रक सोसल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा। पत्रक के वायरल होते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया तो वही पत्रक को लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है। ज्ञात हो कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष विकास सिंह के द्वारा पुलिस महानिदेशक को ईमेल कर केराकत पुलिस की शिकायत करते हुए दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध प्रथम रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाही की मांग की मांग की गई है। जिलाध्यक्ष ने अपने शिकायती पत्र में लिखा कि केराकत पुलिस द्वारा गुंडा एक्ट कानून का धडल्ले से दलाल के इशारे पर दुरुपयोग किया जा रहा हैं उनकी पार्टी के सोहनी गांव निवासी गौरव सिंह,भितरी गांव निवासी अमित उर्फ सिंटू व अनिल सिंह को बिना जांच पड़ताल किए दलाल के इशारे पर क्षेत्र में गुंडा व भय फैलाने का झूठा आरोप मढ़कर गुंडा एक्ट के तहत कार्यवाही की नोटिस थमा दी गई है। जबकि इनके पट्टीदारों से जमीन को लेकर विवाद है बाकी गांव व पूरे क्षेत्र में किसी भी प्रकार का अन्य कोई विवाद नहीं है। शिकायती पत्र में तीनो लोगो को लोक जन शक्ति पार्टी (रामविलास) का शक्रिय कार्यकर्ता बताया जा रहा है वायरल पत्रक से केराकत पुलिस की जमकर किरकिरी हो रही है।

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