Thursday, 31 October 2024

हलाल हुए ताइक्वांडो खिलाड़ी की बहन का दुखड़ा

 


जौनपुर। अपराध आज पुलिस की अवैध कमाई का नायाब जरिया बन गया है जहां पुलिस अपना नजरिया बदल कर मालामाल तथा बेबस लाचार जिन्दगियां हलाल हो रही है। अपराधी और दलाल अधिकांश थाना क्षेत्रों में धमाल मचा रहे हैं अधिकारियों के हाथों सम्मानित हो रहे है जबकि वहीं पीड़ित बेबस लाचार फर्जी और मनमर्जी मुकदमों में जेल की शोभा बढ़ा रहे हैं। 

गौराबादशाहपुर थाना अंतर्गत कबीरूद्दीपुर गांव में बुधवार को जमीनी विवाद के चलते 17 वर्षीय ताइक्वांडो खिलाड़ी ,मां -बाप का एकलौता लाल , पांच बहनों का एकलौता भाई अनुराग यादव उर्फ छोटू  दिन दहाड़े हलाल कर दिया गया। दूसरे दिन भी गांव में खौफ का मंजर नजर आया।

   मृतक के घर पर शोक संवेदना देने वालों का ताता लगा रहा तो वही हमेशा की तरह हिक्मत अमली और चुस्ती  दुरूस्ती में नाकाम पुलिस ने मुस्तैदी के नाम पर भारी पुलिस फोर्स और पीएसी के जवान तैनात कर दिया है। अपराध पोशी के पश्चात गांव में गर्मजोशी से पुलिस नजर आती हैं । 

हत्या की चश्मीद गवाह मृतक की बहन आराधना यादव की जुबानी हत्याकाण्ड का मंजर सुनकर हर किसी का रौगटा खड़ा कर दे रहा है। उसने बताया कि जिस तलवार से मेरे भाई की सिर काटा गया है वह लगता है कि धनतेरस के दिन ही खरीदा गया था वह सोने की तरह चमक रही थी। मेरा भाई अतंरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनना चाहता था। वह लड़ाई झगड़े से हमेशा दूर ही रहता था। 

कानून को ताक और रूपया हाथ पर रखकर बेख़ौफ़ दबंगों ने बुधवार की सुबह गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के कबीरूद्दीपुर गांव में जमीनी विवाद के चलते 17 वर्षीय अनुराग यादव का सर तलवार से कलम कर दिया जिसके चलते मौके पर ही उसकी दर्दनाक मौत हो गयी। इस सनसनीखेज वारदात से पूरा उत्तर प्रदेश दहल गया। असल आरोपी जुगत जुगाड़ से सरेंडर करा दिए गए।

  वारदात के दूसरे दिन भी गांव में खौफ का मंजर नजर आया। मृतक के घर पर नाते रिश्तेदारों के अलावा शुभचिंतकों का श्रध्दाजंलि देने के लिए ताता लगा रहा। आरोपी और पीड़ित पक्ष खातिर गांव में चप्पे चप्पे पर पुलिस और पीएसी के जवान लगाए गए हैं । 

इस घटना की आंखों देखी कहानी उसकी बहन आराधना यादव लोगों को बतायी तो सभी के दिल दहल गया। उसने बताया कि हम दोनो भाई  साथ में ताईक्वांडों खेलते थे । सुबह वह  मंजन करने के लिए बाहर निकला था। 

     इसी बीच पहले से तैयार बैठे उसके जान की दुश्मन लालता यादव ने लाठी लेकर दौड़ाया तो वह दूसरी तरफ भागा वहां उसका बेटा रमेश यादव तलवार से ललकार कर उसका गला रेत दिया। जिस तलवार से मेरे भाई को मारा गया था वह नई तलवार थी जो सोने की तरह चमक रहा था लगता है वह धनतेरस की दिन ही खरीदा गया था। आराधना ने बताया कि मेरा भाई देश के लिए गोल्ड मेडल लाना चाहता था।

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