जौनपुर। सैकड़ों पत्रकारों ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चन्द्राकर की जघन्य हत्या के विरोध में बुधवार को एकजुट होकर कलेक्ट्रेट परिसर में मौन जुलूस निकाला।
पत्रकारों ने इस हत्या के बाद सीबीआई जांच की मांग करते हुये राष्ट्रपति के नाम सम्बोधित ज्ञापन प्रषासन को सौंपा और पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की जरूरत पर भी जोर दिया। सैकड़ों पत्रकारों ने छत्तीसगढ़ राज्य के बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चन्द्राकर की जघन्य हत्या के विरोध में मौन जुलूस निकाला।
इस अवसर पर राजेश श्रीवास्तव, शशिराज सिन्हा, शिविन्द्र प्रताप सिंह, नीरज सिंह, संतोष राय, अरविन्द पटेल , बृजेश मिश्र, जुबेर अहमद, दीपक श्रीवास्तव ,आदित्य भारद्वाज, वरूण यादव, अंकित श्रीवास्तव, संजय विश्वकर्मा, अभिषेक शुक्ल, विनोद विश्वकर्मा, नितिश कुमार, स्वदेश कुमार, वत्सल गुप्ता, विरेन्द्र पाण्डेय, सुशील स्वामी, काजू सिंह, अमित मिश्रा सहित तमाम पत्रकार, छायाकार आदि प्रमुख रहे। इस मौके पर जौनपुर जिले के पत्रकारों ने एकजुट होकर छत्तीसगढ़ के पत्रकार की हत्या के विरोध में अपनी आवाज बुलन्द की।
ज्ञापन के माध्यम से पत्रकारों ने हत्याकाण्ड की सीबीआई जांच कराने की मांग किया। साथ ही मृतक पत्रकार के परिजनों को 1 करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने की बात की। इसके अलावा मृतक पत्रकार के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की भी मांग की गयी। ज्ञापन के बाद सभी पत्रकारों ने पत्रकार भवन में श्रद्धांजलि सभा आयोजित करके पुष्पांजलि अर्पित किया। वरिष्ठ पत्रकार राजकुमार सिंह ने देश में पत्रकारों के साथ हो रही घटनाओं का जिक्र करते हुये पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने जौनपुर में हुये पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव हत्याकाण्ड की याद भी दिलाई जिसमें जिला प्रशासन की लापरवाही के चलते पत्रकार की जान चली गयी।
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