जौनपुर । मुम्बई के पत्रकार व मंत्रालय आणि विधिमंडल वार्ताहर संघ के कोषाध्यक्ष विनोद यादव ने पत्रकार भवन में मीडिया से जुड़े लागों से मुलाकात कर वहां की पत्रकारिता के विषय पर चर्चा।
बैठक में कई महत्वपूर्ण तथ्यों पर बारीकी से विचार-विमर्श किया गया। जिसमें सरकार व आम जनता के मध्य एक मजबूत कड़ी के तहत पत्रकारों की स्वयं श्रम भूमिका के समक्ष अनेक चुनौतियों के बावजूद भारतीय लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रुप में निर्भीक, निष्पक्ष व अडिग रहने आदि विषय पर जोर दिया गया।
वरिष्ठ पत्रकार विनोद यादव ने बताया कि मुंबई में पुलिस प्रशासन का एक अधिकारी प्रतिदिन सांयकाल पत्रकार वार्ता करते है और दिनभर की घटनाओं के बारे में जानकारी दिया जाता हैं। यहां के पत्रकारों ने बताया कि यहां पर ऐसा नहीं होता बल्कि पुलिस अपनी उपलब्धियों को मीडिया सेल के माध्यम सें परोस देती है और उसी पर बाइट भी रहती है। पत्रकार वार्ता नवागत ही करते है वही पुलिस सौजन्य से बनाए जा रहे आरोपियों की कोई प्रेस वार्ता आयोजित की जाती है। पुलिस की मीडिया सेल पर जो भी रहता है एक पक्षीय रहता है।
पत्रकारों ने बताया कि बड़ी खबरों के साथ उसका फालोअप भी आवश्यक है। ग्रामीण पत्रकार मेहनत कर जाकर छानबीन कर खबरों की सटीक जानकारी देते है। इस दौरान मुम्बई के पत्रकार विनोद यादव को स्मृति चिन्ह और अंग वस्त्रम देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर पत्रकार शशि राज सिन्हा, राजकुमार सिंह, अजीत सिंह, राकेश कान्त पाण्डेय, सुधाकर शुक्ला कृपा शंकर यादव, विवेक सिंह, सुधीर मिश्रा सहित कई पत्रकार मौजूद रहे।
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