जौनपुर । बक्शा थाना क्षेत्र के खुशहुपुर गांव के रहने वाले विजय बहादुर बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे। उन्होंने गले में मैं जिंदा हूं की तख्ती लटकाई थी।
विजय बहादुर का आरोप है कि एसडीएम शहर पवन कुमार सिंह ने उनके पट्टीदारों से मिलकर उन्हें कागजों में मृत घोषित कर दिया है। यह मामला जमीन बंटवारे से जुड़ा है। विजयबहादुर और सुनील कुमार के बीच धारा-145 का मुकदमा पिछले 18 सालों से चल रहा है।बताया कि पहले धारा-140(1) के तहत कुर्की का आदेश जारी हुआ। जिला जज ने इसे खारिज कर दिया।
विजयबहादुर ने इलाहाबाद हाईकोर्ट से स्टे ऑर्डर लिया। इसके बाद शंकर और उनके साथियों ने एसडीएम सदर की कोर्ट में धारा-116 के तहत नया केस दायर किया। फर्जी हलफनामा तैयार कराया विवाद में एक और मोड़ तब आया जब 22 नवंबर 2024 को विजयबहादुर के बेटे अशोक कुमार का कथित फर्जी हलफनामा तैयार किया गया। जब यह हलफनामा बना, उस वक्त अशोक जेल में थे। उन्हें उसी दिन शाम 7 बजे रिहा किया गया।
डीएम ने दिया जांच का आदेश 11 मई 2025 को लेखपाल और पुलिस टीम विजयबहादुर के घर पहुंची। उनके छप्पर को हटाने का दबाव बनाया गया। विरोध करने पर छप्पर में आग लगा दी गई। यह मामला अब इलाहाबाद हाईकोर्ट में विचाराधीन है। जिलाधिकारी ने पूरे प्रकरण की जांच का आदेश दे दिया हैं।
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