जौनपुर। रूपया लेकर दर्ज हो रहे फर्जी और मनमर्जी मुकदमों का भाव पचास हजार के पार जा पहुंचा। जिसके अंतर्गत किसी भी शरीफ़ इज्जतदार,बेबस, लाचार , युवा क्षात्र होनहर की इज्जत आबरू को तार तार किया जाता है। फायदा के लिए कायदा बिगड़ना पुलिस की शोहरत तथा इज्जत आबरु के लिए कानून से खिलवाड़ करना लोगों की मजबूरी और अपराध पोसी के पश्चात गर्म जोशी से कफ़न पोशी विधिक तथा विवेचना वित्तीय अधिकार बनता जा रहा है।
जिस कारण जघन्य अपराध का शिकार हो रही जिन्दगियां भी पुलिस की अकूत कमाईं का माध्यम बन रही है। सिकरारा थाना क्षेत्र में हुई आपराधिक वारदात इसका जीता जागता प्रमाण है।
सरकार द्वारा चलाई गयी ऐंटी रोमियो योजना की अर्थी निकालने वाली दो अर्थी पुलिस ने अनुज यादव हत्याकांड में चाकू गोद कर निर्मम हत्या करने वाले आरोपी पिता की गिरफ्तारी करके भले ही अपनी पीठ थपथपा लिया हो लेकिन सरकारी योजना की पिट रही भद के कारण आज
जनमानस में चर्चाओं का बाजार जोर-जोर से गर्माता जा रहा है। चर्चाओं अनुसार अगर सरकार की ऐंटी रोमियो योजना पर निष्ठा और ईमानदारी से पुलिस कार्यवाही करती अपनी झोली ना भरती तो आज सरकार की छवि सुधरती लेकिन फायदा के लिए कायदा बिगाड़ने की आदी हो चुकी पुलिस अपराध के पश्चात विवेचना का इन्तजार कर अपराध को चरम पर पहुंचा कर बेकसूर जिन्दगियों को मौत का सफर कराकर मालामाल हो रही हैं जो चिंता के साथ-साथ जांच का विषय नजर आता है।
No comments:
Post a Comment