Wednesday, 31 December 2025

अधिवक्ता से दुर्व्यवहार, तहसील में हंगामा

जौनपुर। केराकत तहसील मुख्यालय स्थित खतौनी दफ्तर में बुधवार दोपहर उस समय तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब एक वरिष्ठ अधिवक्ता से संविदा कर्मी द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने का मामला सामने आया। घटना दोपहर करीब दो बजे की बताई जा रही है, जिसने देखते ही देखते पूरे तहसील परिसर का माहौल गरमा दिया।  वरिष्ठ अधिवक्ता सुभाष सिंह, यूनियन बैंक के विधिक सलाहकार के रूप में कार्यरत हैं। वे खतौनी दफ्तर में बैंक संबंधी कार्य के लिए करीब 50 खतौनियों की प्रति निकलवा रहे थे। नियमानुसार प्रति खतौनी 15 रुपये शुल्क निर्धारित है। इसी क्रम में अधिवक्ता ने 50 खतौनियों के लिए कुल 500 रुपये शुल्क के रूप में जमा किए। 
             आरोप है कि कुछ खतौनियां निकलने के बाद दफ्तर में कार्यरत संविदाध्प्राइवेट कर्मी विकास गिरी ने अतिरिक्त धनराशि की मांग शुरू कर दी। इस पर वरिष्ठ अधिवक्ता ने नियमानुसार कार्य पूर्ण करने के बाद शेष धन देने की बात कही। इसी बात को लेकर विकास गिरी ने कथित तौर पर कड़े और आपत्तिजनक लहजे में बात करते हुए तू-तू, मैं-मैं शुरू कर दी।घटना की जानकारी मिलते ही तहसील परिसर में अधिवक्ताओं की भीड़ एकत्र हो गई, वहीं तहसील के कर्मचारी भी आमने-सामने आ गए।
           स्थिति बिगड़ती देख मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार हुसैन अहमद ने हस्तक्षेप कर दोनों पक्षों को समझाया और मामला शांत कराया।घटना के बाद बार और बेंच के बीच इस मामले को लेकर दिनभर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। अधिवक्ताओं का कहना है कि सरकार द्वारा खतौनी की प्रति का शुल्क 15 रुपये निर्धारित है, लेकिन तहसील में तैनात प्राइवेट कर्मी द्वारा आये दिन प्रति खतौनी 20 रुपये की अवैध वसूली की जा रही है, जो नियमों के विपरीत है।


No comments:

Post a Comment