Monday, 26 April 2021

आपदा में अवसर तलाशती जौनपुर पुलिस

जौनपुर। पुलिस अधीक्षक की चुस्ती और दुरूस्ती का हवाला देते हुए बेकसूर लोगों को फर्जी मुकदमों में फांस्कर उनकी तंदुरुस्ती बिगाड़ते हुए अपनी पीठ थपथपा ने वाली पुलिस कार्यवाही के नाम पर जीवित के साथ-साथ मुर्दों को शांति भंग में पावंद करके कभी धमाल मचाती है तो कभी रुपया लेकर फर्जी और मनमर्जी मुकदमा दर्ज कर फर्जी गिरफ्तारी करते हुए शेखी बघारती है बात वही जब असल अपराधियों की आती है तो दुम दबाकर पीछे हट जाती है। बेकसूर लोगों से फर्जी मुठभेड़ को आतुर चातुर पुलिस अपने उच्च अधिकारियों के रहमों करम पर न सिर्फ अपराधिक क्रियाकलापों में खुली संलिप्तता निभाते हुए भ्रष्टाचारी फर्ज निभा रही है बल्कि अपराध को संरक्षण देकर खुद अपराध का जयकारा लगवा रही है। भ्रष्टाचारी हौसलों से लबरेज मुर्दों के कफन से लेकर अर्थी और दफन में लूटपाट की भूमिका निभा रही पुलिस आज कोरोना महामारी में झूम कर आपदा में अवसर योजना को बल देते हुए देहव्यापार ,अवैध बूचड़खाना और गांजा अड्डों की ही तरह अंग्रेजी और देसी शराब विक्रेताओं को सहयोग देकर रविवार और इतवार बंदी के दिन लूट की अनुमति में खुली छूट प्रदान कर रही हैं जिस कारण शराब के शौकीन शराबियों की पाकेट पर 50 से लेकर 100 रूपया अतिरिक्त का डाका सेल्समैन के जरिए पुलिस विभाग के द्वारा डलवाया जा रहा है। निकृष्ट हो चुकी पुलिस के सहयोग में निष्क्रियता निभा रहे पुलिस अधिकारी भी योजना का लाभ उठा रहे हैं जिस कारण चाह कर भी वह कुछ कर नहीं पा रहे हैं। खुलेआम शहर कोतवाली तथा लाइन बाजार के साथ-साथ अन्य थाना क्षेत्रों में रुपयों की खातिर ईमान बेचते हुए पुलिसकर्मी भ्रष्टाचार की आड़ में अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं तथा बेमौत मर रही जिंदगियों के परिजनों का निवाला भक्षण करते नजर आते हैं जो चिंता के साथ-साथ जांच का भी विषय हैं।

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