जौनपुर। रूपयों की खातिर बिकता ईमान आज बेवजह लोगों को हैरान और परेशान कर रहा है। भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिक फसल को पुलिस नीलगाय की तरह चर रही है। अपराधी पुलिस की कमासुत औलाद बनकर खुलेआम आपराधिक वारदात को अंजाम दे रहे हैं जबकि वहीं हिकमत अमली का शिकार होकर बेकसूर जनता बेमौत मर रही है। किसी भी शरीफ, इज्जतदार ,बेबस, लाचार ,वकील, पत्रकार ,युवा ,होनहार की जिंदगी का सत्यानाश करने का सरल और सहज माध्यम पुलिस बन रही है।
हालात इस कदर बद से बदतर हो चुके हैं कि कलमकार को भी पुलिस अपराधी बनकर मुठभेड़ में मार गिराने के लिए तत्पर नजर आती है। पुलिस सौजन्य से खुलेआम भू माफिया, तस्कर और ड्रग माफिया धड़ल्ले से अपनी दुकान चला रहे हैं। थाना क्षेत्रों में संचालित हो रही गांजा की दुकानों पर दिनदहाड़े खुदरा मूल्य से अधिक की कीमत पर बिक रही पुड़िया 70 रूपए में खरीद कर गंजेड़ी कश पर कश लगा रहे हैं जबकि वहीं बेबस, लाचार पुलिस के हिकमत अमली का शिकार होकर एनडीपीएस एक्ट में अपनी चालान करवा रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार उपजिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार को जिलाधिकारी को सम्बोधित एक ज्ञापन पत्रकार विनोद साहू के नेतृत्व में सौंपा गया। एसडीएम ने इस पर न्याय संगत कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
पत्रकार चंचल कुमार की चंचल लेखनी तत्कालीन कोतवाली प्रभारी , मुठभेड़ के आदी सिंहम,नरेश शाहगंज आदेश त्यागी को नागवार लगी। त्यागी ने कानून की धत्ता उड़ाते हुए पत्रकार को नेस्तनाबूद करने के उद्देश्य से कानूनी नाग फांस में फांसने और जिला बदर कर मुठभेड़ में मार गिराने खातिर गुंडा एक्ट का आरोपी बना दिया। गुंडा एक्ट लगाए जाने के विरोध में शाहगंज क्षेत्र वासियों के साथ-साथ पत्रकारों में भी काफी आक्रोश नजर आया। पत्रकार विनोद साहू के नेतृत्व में पत्रकारों द्वारा उप जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार को ज्ञापन सौपा गया तथा पत्रकार पर लगाए गए गुंडा एक्ट हटाए जाने की मांग की गई। बताते चलें कि पत्रकार चंचल जायसवाल के समाचार प्रकाशन से रूष्ट होकर तत्कालीन कोतवाली प्रभारी ने गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई है। इस दौरान राकेश कुमार अग्रहरी, प्रवीण श्रीवास्तव, आनन्द सिंह, अजय सिंह, नौशाद अहमद मंसूरी, राजेश चौबे , श्रीप्रकाश वर्मा इत्यादि पत्रकार मौजूद रहे।

No comments:
Post a Comment