Friday, 17 May 2024

पत्रकार हत्याकांड का मुख्य आरोपी कस्टडी से फरार

जौनपुर। पुलिस के हाथ कितने लंबे और लचीले होते हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है जब कमासुत औलाद कहे जाने वाले पेशेवर हत्यारों ने अकूत कमाई में रोड़ा बन रहे पत्रकार को मौत की नींद सुलाने की योजना की बात पुलिस को दो माह पूर्व ही बता दिया था पुलिस ने पत्रकार से मानवीय व्यवहार के तहत मौत की खबर  उजागर कर दिया था। 
            अंतोगत्वा पुलिस सौजन्य से संचालित हो रहे अपराध काल के मुख्य समय पर पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव  13 मई 2024 को काल के गाल में समा गए जिनकी हत्या के पश्चात पुलिस ने न सिर्फ गर्मजोशी से कफनपोषी किया बल्कि जनपद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कार्यक्रम के मद्देनजर 20 घंटे के अंतराल पर 14 मई को मुख्य आरोपी के गिरफ्तारी का दावा किया 15 मई को रिमांड लिया तथा 16 मई को पकड़े गए आरोपी के फरार होने की पुष्टि पत्रकारो की संतुष्टी खातिर पेश कर दिया।

     पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव हत्याकांड का मुख्य आरोपी साजिश कर्ता पुलिस कस्टडी से फरार हो गया है , इस आरोपी को जिले की पुलिस ने मुंबई के ठाणे से गिरफ्तार किया था। इस मामले में लापरवाही करने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई करने किया है। पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए जगह जगह दबिश दे रही है। 

              ज्ञात हो कि बीते 13 की सुबह करीब साढ़े नौ बजे शाहगंज थाना क्षेत्र के इमरानगंज बाजार में पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव की अज्ञात बदमाशों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्याकांड की जांच में अभियुक्त जमीरुद्दीन पुत्र अनीफ कुरैशी ग्राम सबरहद थाना शाहगंज का नाम प्रकाश में आने पर जनपद की पुलिस ने जमीरउद्दीन को थाना ठाणे जनपद ठाणे, महाराष्ट्र से 14 मई को गिरफ्तार किया गया था। 

          जौनपुर पुलिस मीडिया सेल के अनुसार उक्त अभियुक्त को दारोगा मंशाराम गुप्ता व कांस्टेबल बृजेश मिश्र अपनी अभिरक्षा में लेकर न्यायालय सीजेए ठाणे महाराष्ट्र से ट्राजिंट रिमाण्ड प्राप्त कर ठाणे महाराष्ट्र से ट्रेन लोकमान्य तिलक टर्मिलन से वापस थाना शाहगंज आ रहे थे कि 16 मई को समय करीब 02.40 बजे खंडवा रेलवे स्टेशन से ट्रेन चलते ही उक्त अभियुक्त जमीरुद्दीन टायलेट ले जाते समय ट्रेन से कूद कर पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गया। 

               उक्त घटना के सम्बन्ध में राजकीय रेलवे पुलिस खंडवा भोपाल में अभियुक्त के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु टीमों का गठन कर लगाया गया है तथा दारोगा व आरक्षी के विरुद्ध कर्तव्य के प्रति बरती गयी लापरवाही व शिथिलता के सम्बन्ध में लिम्बित किया गया है।


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