जौनपुर। उत्तर प्रदेश पुलिस की बहुचर्चित भ्रष्ट और आपराधिक नीति से लोग आज भयभीत नजर आ रहे हैं जिसका फायदा खुलकर अपराधी उठा रहे हैं। बेखौफ लुटेरे कभी आफलाइन पुलिस की वर्दी में फर्जी चालान की दुकान तो कभी चेकिंग अभियान चलाने लगते हैं तो कभी आनलाइन समाज में सुविख्यात और प्रचलित हो चुकी पुलिस प्रकिया का लुत्फ उठने लगते हैं जिसे सच मानकर लोग मेहनत की कमाई को बगैर भाग दौड़ गवाने लगते हैं। साइबर अपराधियों के हथकण्डे से लोग परेशान दिख रहे हैं।
विश्वविद्यालय के एक विद्यार्थी को रेप केस में फंसे होने का बताकर साइबर अपराधियों ने पुलिस बनकर उसकी मां को पाकिस्तानी कोड वाले नंबर से व्हाट्सएप कॉलकर पैसे की मांग की। बहन अलर्ट हुई और प्रोफेसर से बात कर वीडियो कॉल किया मां ने परीक्षा दे रहे बेटे को देखा तब जाकर घर वालों ने राहत की सांस ली। शनिवार को साइबर अपराधियों ने विश्वविद्यालय के एक छात्र की मां को फोन कर उसके बेटे को रेप में फंसे होने के जानकारी दी और इस मामले को रफा दफा करने के लिए बीस हजार रुपये की मांग की गई पैसा ना देने पर खामियाजा भुगतने की भी चेतावनी दी गई।
इस फोन के बाद छात्र की मां और बहन दोनों परेशान हो गए घर में माहौल पूरा बदल गया। छात्र की बहन भी विश्वविद्यालय की छात्रा है वह अलर्ट हुई और उसने विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अविनाश पाथर्डीकर को कॉल कर तुरंत घटना की जानकारी दी। प्रोफेसर ने माँ को वीडियो कॉल पर परीक्षा दे रहे छात्र को दिखाया और विश्वविद्यालय की बिल्डिंग आदि देखने के बाद माँ को चौन मिला। विश्वविद्यालय के साइबर क्लब के नोडल अधिकारी ने बताया कि इस तरह की घटना लगातार बढ़ती जा रही है अगर आपके परिवार में किसी को फोन कर किसी घटना में फंसे होने की जानकारी के एवज में पैसे की मांग की जा रही हो तो , बिल्कुल डरे नहीं और साइबर क्राइम पोर्टल पर इसकी शिकायत अवश्य दर्ज कराएं।

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