जौनपुर। पुलिस की चुस्ती और दुरूस्ती आज बेवजह लोगों की तंदुरुस्ती ही नहीं जिंदगी को बर्बाद करती नजर आ रही है । अपनी जिंदगी को दांव पर लगाकर परिवार की बर्बादी का सबब बनने वाले शराबी राजस्व हितैषी नजर आते हैं जिन्हें चाह कर भी पुलिस वाले हाथ नहीं लगते हैं । इसके साथ-साथ मेडिकल और जनरल तथा परचून की दुकानों पर जबरन सीसीटीवी कैमरा लगाने का जोर देने वाले पुलिसकर्मी शराब के ठीकों पर कैमरा लगाने वाली मान्यता भूल जाते हैं। फायदे के लिए कायदा बिगड़ना आज पुलिस की शोहरत बन चुकी है। सूत्रों के अनुसार शराब के ठीकों पर पुलिस सौजन्य से गैर प्रांत से लाई गई अवैध शराब की खरीद फरोख्त और ओवर रेटिंग मनमाने तौर पर की जाती है इतना ही नहीं शराब के ठीका चलने वाले अधिकांश संस्थानों में गांजा की भी बिक्री पुलिस के रहमों करम पर की जाती है। अब इस अवस्था में हाईटेक हो चुकी पुलिस सुपरटेक की टेक्निक अपनाती नजर आती है जिस कारण शराब के ठेकों पर कैमरे की जरूरत पुलिस को नजर नहीं आती है जिसका फायदा उठाकर बेखौफ शराबी न सिर्फ झूम बराबर झूम शराबी का लुत्फ उठाते हैं बल्कि जरा सी आबो हवा नरम या गर्म होने पर बेकसूर को मौत के घाट पहुंचते और खुद पहुंच जाते हैं। इसके पश्चात पुलिस को हिकमत अमली के साथ-साथ विवेचना का शुभ अवसर प्राप्त होता है जो अवैध धन उगाही का एक सशक्त माध्यम बन जाता है जबकि वहीं बेमौत मौत मारे गए लोगों के परिजन अश्रु विलाप करते हुए बेबसी में जिंदगी जिए चले जाते हैं।
आज पुलिस की इसी निष्क्रियता के कारण जलालपुर थाना क्षेत्र में भूखे बच्चों की भूख मिटाने के लिए चाऊमीन खरीदने गया अनिल सरोज शराबियों की मुठभेड़ का शिकार हो गया जिसकी इलाज के दरमियान मौत हो गई। अपराध पोसी के पश्चात पुलिस ने गर्मजोशी से कफनपोषी किया अब हत्यारे शराबियों की धर पकड़ हेतु पुलिस हे खग हे मृगनयनी जैसा स्वांग रचतीं नजर आती है जो चिंता के साथ-साथ जांच का भी विषय नजर आता है।

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