Sunday, 30 June 2024

विद्युत अधिकारी धड़ल्ले से करवा रहे चोरी

जौनपुर। जनपद के अधिकांश क्षेत्रों में तैनात विद्युत विभाग के अधिकारी और कर्मचारी सरकार के जीरो टॉलरेंस नीति की धत्ता बता रहे हैं। एक मुस्त राशि लेकर मनमानी लाइट जलवा रहे हैं तथा लाखों से ऊपर बड़े बकायेदारों को नया कनेक्शन देकर पिछले कनेक्शन को बट्टा खाते में लगा रहे हैं। जबकि वहीं नियमित बिल जमा करने वाले उपभोक्ताओं को लोड और चेकिंग के नाम पर हैरान परेशान और शोषण करते नजर आ रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार विद्युत वितरण खंड तृतीय के अंतर्गत उच्च अधिकारियों के रहमों करम पर उनके मातहत अधिकारी और कर्मचारी बेखौफ होकर न सिर्फ भ्रष्टाचार का बिगुल बज रहे हैं बल्कि भ्रष्टाचार की नई-नई युक्ति अपना रहे हैं। बिजली चोरों को विजिलेंस विभाग से भी मुक्ति दिला रहे है जिसके अंतर्गत बिल लोड और मिनिमम चार्ज से छुटकारा देते हुए हजार रुपए से लेकर 5 तथा 10 हजार प्रति माह भ्रष्टाचारी रश्म अदायगी करने वालों को मनमानी लाइट कूलर,टी वी ,फ्रीजर और एसपी इस्तेमाल करने की छूट प्रदान की जा रही है। 

         रसूखदार के साथ-साथ बिजनेस व्यापार वालों को यह योजना बहुत भा रही है। जिस कारण भीषण गर्मी में संचालित होने वाले बर्फ प्लांट और आरो तथा अन्य कल कारखाने अत्यधिक बिजली बिल से बचने के लिए भ्रष्टाचार को ही शिष्टाचार समझकर एक मुस्त राशि देते हुए अपने-अपने व्यवसाय को संचालित कर रहे हैं। इतना ही नहीं बड़े बकाएदार उपभोक्ताओं का लाखों रुपए से ऊपर विद्युत बिल हो जाने पर उन्हें नया कनेक्शन देकर पुराना बिल 30þ लेकर समाप्त कर दिया जाता हैं तथा उखाड़े गए मीटर को गरीब ,कमजोर ,मजदूर, मजबूर वर्ग के  उपभोक्ता के यहां लगाकर उन्हें लाखों का बकायेदार बना दिया जाता है। विद्युत विभाग अधिकारियों के द्वारा धड़ल्ले से कराई जा रही चोरी के बदले दिन और रात में मनमाने तौर पर फाल्ट बता कर नियमित बिल जमा करने वाले तथा 5 हजार के बकायदार उपभोक्ताओं को हैरान एवं परेशान किया जा रहा है। 

    प्रीत टाइम्स संवाददाता द्वारा जब कुछ बड़े बकायेदारों की लिस्ट में एक उपभोक्ता संख्या 2621466000 के बाबत 138040 रूपया बकायेदारी की एसडीओ तथा एक्सियन से जानकारी चाही तो उन्होंने कहा आखिर आप क्यों इसके पीछे पड़े हैं आपसे क्या मतलब ? उपरोक्त कनेक्शन फरवरी माह 2024 में काट दिया गया है जबकि उपभोक्ता नियमित तौर पर लाइट का उपयोग और उपभोग करता चला रहा है। 


No comments:

Post a Comment