साक्ष्य के साथ आरोपी के परिजनों ने लगाया न्याय की गुहार
जौनपुर। एनकाउंटर स्पेलिस्ट का खिताब ले चुके
पुलिस कप्तान डा0 अजयपाल शर्मा का तबादला होते ही उनके कार्यकाल में बदमाशों से हुई पुलिस मुठभेड़़ पर सवालियां निशान लगना शुरु हो गया है। मंगलवार को एक आरोपी का परिवार जिला मुख्यालय पहुंचकर डीएम एवं एसपी को पत्रक देकर अपने बेटे को फर्जी मुकदमें में पैर में गोली मारकर जेल भेजने का आरोप लगाया। साथ ही साक्ष्य में तौर पर सीसीटीवी फुटेज और फोटोग्राफ भी दिखाया।खुटहन थाना क्षेत्र के शेख असरफपुर गांव की निवासी इन्द्रावती देवी पत्नी लालबहादुर पाल ने मंगलवार को अपने परिवार के साथ जिला मुख्यालय पहुंचकर डीएम और एसपी को एक पत्रक देते हुए आरोप लगाया कि मेरे बेटा सौरभ कुमार पाल 19 दिसम्बर को पड़ोसी की बाइक लेकर कलापुर बाजार गया हुआ था। रास्ते में करीब एक बजे खुटहन थाने के कास्टेबल ओमकार यादव व दस बारह पुलिस वाले उसे खुटहन थाने पर उठा ले गये। मुझे पता चला तो मैं थाने पर गयी तो पुलिस वालों ने बताया कि पुछताछ के लिए थाने पर लाया गया है शाम तक छोड़़ दिया जायेगा।
शाम करीब सात बजे थाने पर दोबारा गयी तो कहा गया कि अभी पुछताछ चल रही है। दूसरे दिन सुबह सवा छह बजे तीसरी बार थाने गयी तो किसी ने मेरे बेटे के बारे कुछ भी नही बताया। शाम को पता चला कि मेरे बेटे को सिकरारा थाने की पुलिस ने करीब साढ़े़ चार बजे भोर में चांदपुर पुलिया के पास पैर में गोली मारकर घायल कर दिया है तथा कट्टा और गाड़ी के साथ फर्जी मुकदमा लादकर जेल भेज दिया।
मेरे बेटे के खिलाफ खुटहन थाने में कोई केश नही है उसको फर्जी मुकदमा दर्ज करके गोली मारकर पुलिस ने जेल में डाल दिया है। परिजनों ने सौरभ को पुलिस द्वारा पकड़़कर ले जाते समय का सीसीटीवी फुटेज भी आला अफसरों को सौंपा है।
साक्ष्य के साथ पुलिस के एनकाउंटर की हकीकत अधिकारियों को पेश करने के बाद मां ने मीडिया से भी अपने बेटे को फर्जी मुठभेड़़ की कहनी बतायी। जिसके बाद चर्चाओं का बाजार जोर शोर से गर्म चल रहा है।
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