जौनपुर । खुटहन थाना
क्षेत्र के उचैना गांव निवासी अधिवक्ता का दबंग पड़ोसियों की बर्बरता पूर्वक पिटाई से हुई मौत को लेकर आक्रोशित परिजनों एवं दीवानी बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने शव को घर रख आरोपियों की गिरफ्तारी तथा दरोगा को तत्काल सस्पेंड किए जाने की मांग पर दूसरे दिन भी शवदाह से इन्कार पर अडिग रहे।जहां पुलिस अधीक्षक से फोन पर वार्ता कर दरोगा को सस्पेंड किए जाने की पुष्टि के पश्चात शव का सुतौली घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। अधिवक्ताओं ने एक जनवरी के भीतर सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए ऐसा न होने पर पुलिस के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दिया।
सूत्रों के अनुसार भूमि विवाद को लेकर उचैना गांव निवासी, दीवानी न्यायालय के अधिवक्ता मनोज सिंह को बीते 23 दिसंबर को दबंग पड़ोसी सांवले सिंह, रितिक सिंह,अजय,नीरज, पंकज व युवराज सिंह के द्वारा जमकर बर्बरता पूर्वक पिटाई की गई थी। आरोप है कि उन्हें जबरन जहरीला पदार्थ भी पिला दिया गया था। घायल अधिवक्ता के द्वारा सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल किया गया था। वाराणसी में इलाज के दौरान गुरुवार को अधिवक्ता मनोज सिंह की मौत हो गई। मौत की खबर होते ही वकीलो में आक्रोश व्याप्त हो गया।
मृतक अधिवक्ता के घर दिवानी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष चंद्र यादव, महामंत्री रणबहादुर यादव, संयुक्त मंत्री उस्मान अली,अधिवक्ता पद्माकर उपाध्याय,विनय कुमार सिंह,रमेश चंद्र उपाध्याय सहित अन्य सैकड़ों अधिवक्ता पहुंच गए। देर रात वाराणसी से घर पहुंचे शव को रखकर आरोपियों पर कार्रवाई खातिर अडिग होकर शव दाह करने से इन्कार कर दिया।
मौके पर मौजूद एसडीएम शाहगंज राजेश चौरसिया व क्षेत्राधिकारी अजीत सिंह चौहान द्वारा उन्हें समझाने का प्रयास किया गया लेकिन एसएसआई को तत्काल सस्पेंड करने तथा आरोपियों की गिरफ्तारी पर लोग अड़े रहे। पुलिस अधीक्षक डॉ कौस्तुभ ने फोन पर दीवानी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष से बात की और बताया कि वरिष्ठ उपनिरीक्षक सकलदीप सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा दो नामजद आरोपी भी गिरफ्तार कर लिए गए हैं।
शेष आरोपियों को बहुत जल्द गिरफ्तार कर लेने का आश्वासन दिया। तब जाकर उनका आक्रोश शांत हुआ। तब जाकर अधिवक्ता के शव का अंतिम संस्कार सुतौली घाट पर किया गया जहां नम आंखों से मुखाग्नि उनके पुत्र शुभम सिंह ने दिया।
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