जौनपुर। जिले के कराकत कोतवाली क्षेत्र के पसेंवा गांव में उस समय अफरा तफरी मच गई जब मुंबई से आए एक युवक अपने दोस्त के घर रुका था कि तभी सफेद कार से तीन लोग उतरे और युवक को जबरदस्ती गाड़ी में बैठाकर वहां से फरार हो गए। घटना की खबर परिवार में होते ही कोहराम मच गया। देखते ही देखते घटना जंगल की आग की तरह गांव में फैल गई।
पसेवां गांव निवासी पंकज कुमार सरोज गुरुवार की सुबह मुंबई से अपने गांव आया था। शाम को वह जलालपुर थाना क्षेत्र के प्रधानपुर गांव स्थित अपनी बहन के घर गया था। रात करीब नौ बजे जब वह घर लौट रहा था, तो घर से पहले अपने मित्र अमित के घर रुक गया। तभी सफेद कार से तीन अज्ञात लोग उतरे और अपने को पुलिस बताकर पूछताछ हेतु पंकज को गाड़ी में बैठाकर वहां से ले गए। जिसकी जानकारी होते ही पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।
घटना के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने शुक्रवार तड़के तीन बजे अपहृत युवक सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हैरानी तो तब हुई जब तीन आरोपियों में एक आरोपी थानागद्दी चौकी का एक सिपाही जिसका नाम अभिषेक तिवारी 24 वर्ष निकला उसके साथ अपहरण में रजनीश चौबे 32 वर्ष व विवेक सिंह 31 को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। ज्ञज्ञत हो कि पंकज के जीजा विनय कुमार सरोज ने परिवार के साथ थाने में पहुंच पुलिस को घटना की जानकारी दी। दो घंटे बाद पंकज ने घर के मोबाइल पर फोन किया और बताया कि अपहरणकर्ता उसे देवकली ले जा रहे हैं और 20,000 रुपये की फिरौती की मांग कर रहे हैं। फिरौती की मांग की बात सुन परिजनों के हाथ पाव फूलने लगे जिसके बाद पंकज के अपहरण होने की अंदेशा जताया।
पंकज के परिजनों के तहरीर के आधार पर पुलिस ने युवक के फोन की लोकेशन ट्रेस करनी शुरू की। आरोपी बार-बार अपनी लोकेशन बदल रहे थे। इसके बावजूद पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए तड़के तीन बजे खर्गसेनपुर के पास अपहृत युवक और तीनों आरोपियों को पकड़ लिया। गिरफ्तार आरोपियों में एक थानागद्दी चौकी का सिपाही भी शामिल निकला। पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर थाने लाई। पुलिस ने तीनों अभियुक्तों को विधिक कार्यवाही करते सम्बंधित धारों में जेल भेज दिया।
No comments:
Post a Comment