जौनपुर। एंटी करप्शन वाराणसी मण्डल वाराणसी की टीम ने मछलीशहर रोडवेज परिसर से विकास भवन जौनपुर के लेखा परीक्षक को 30 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड लिया।
टीम ने बताया कि शुक्रवार को साढे 12 बजे शिकायतकर्ता वीरेंद्र कुमार निवासी ग्राम परशुरामपुर थाना नेवढिया की शिकायत के आधार पर रोडवेज परिसर मछलीशहर से सत्य नारायण निवासी घाटमपुर पोस्ट भेला बेलवाई माधौपुर थाना अखण्डनगर सुल्तानपुर जो कि विकास भवन के लेखा परीक्षा विभाग में लेखा परीक्षक के पद पर तैनात है । उनको 30 हजार रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ एंटी करप्शन टीम वाराणसी द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया।
लेखा परीक्षक द्वारा शिकायतकर्ता से उसकी मां श्रीमती सुदामा ग्राम प्रधान द्वारा कराये गये कार्य के ऑडिट करने के एवज में 30 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गई थी। सिकरारा थाने में आरोपी के विरूद्ध कार्रवाई की जा रही है। गिरफ्तार करने वाली टीम निरीक्षक मैनेजर सिंह ट्रैप टीम प्रभारी, वाराणसी , नीरज कुमार सिंह,राजेश कुमार यादव, विनोद कुमार,सुमित कुमार भारती, अजीत सिंह, अजय कुमार यादव, आशीष शुक्ला,सूरज गुप्ता, वीरेंद्र प्रताप सिंह शामिल रहे।
ज्ञात हो कि विकास भवन के अधिकतर पटल पर रिश्वत खोरी का खेल चलता है और विकास भवन के जिम्मेदार अधिकारी द्वारा इस पर अंकुश लगाने का प्रयास करने के बजाय कभी कर्मचारियों की उपस्थिति और उनके कार्यो की समीक्षा नहीं की जाती है सभी विभागों में मनमानी का आलम है। आम लोगों का कहना है कि इस सरकार के कार्यकाल में अधिकतार विभाग भ्रष्टाचार में लिप्त है लेकिन कार्यवाही के नाम पर सम्बन्धित अधिकारी न जाने क्यों चुप्पी साधे रहते है और लोगों को एण्टी करेप्शन तक पहुंचकर शिकायत करने पर मजबूर होना पड़ता है।
No comments:
Post a Comment